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            लखनऊ/आगरा : वो ज़माने लद गए जब कहा जाता था, "खेलोगे-कूदोगे बनोगे ख़राब, पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब" ... आज के दौर में खिलाड़ियों के पास नाम और दाम दोनों हैं। यानी बेहतरीन खिलाड़ी के लिए ना दौलत की कमी है और ना ही शोहरत की। इसी कड़ी में ताजनगरी आगरा में युवाओं की प्रतिभा को तलाशने और तराशने कि लिए 'फिट इंडिया कार्यक्रम' के तहत 'यूथ गेम्स ऑल इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2025' का आयोजन किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक़, इस चैंपियनशिप का आयोजन 6 से 8 नवंबर के बीच होगा। तो वो युवा कमर कस लें, ख़ुद को आत्मविश्वास से लबरेज कर लें, जो खेल-खेल में ख़ुद का करियर बनाना चाहते हैं।
युवा खेल एवं शिक्षा महासंघ कर रहा चैंपियन का आयोजन
इस चैंपियनशिप को भारत के 'युवा खेल एवं शिक्षा महासंघ' की ओर से आयोजित किया जा रहा है। महासंघ को भारत सरकार के 'एमएसएमई मंत्रालय' और 'फिट इंडिया मूवमेंट' की मान्यता प्राप्त है। यही नहीं, इसे नीति आयोग, भारत सरकार की मंज़ूरी भी मिल चुकी है। आगरा में आयोजित 'युवा खेल राष्ट्रीय चैंपियनशिप' में रजिस्ट्रेशन की आख़िरी तारीख़ 25 अक्टूबर 2025 है। गौरतलब है कि इस चैंपियनशिप में एथलेटिक्स, कराटे, कबड्डी, थ्रो बॉल, सिलमबाम, योग, फुटबॉल, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, क्रिकेट, किक-बॉक्सिंग और वॉलीबॉल प्रतिस्पर्धाएं आयोजित होंगी। खिलाड़ियों के लिए ख़ुशख़बरी ये है कि सभी खिलाड़ियों को रहना-खाना, किट, सर्टिफिकेट, मेडल और टीम की ट्रॉफी दी जाएंगी।
फिट इंडिया कार्यक्रम के तहत होगी चैंपियनशिप
देश में खिलाड़ियों की कमी नहीं है। गांव-गांव में प्रतिभाशाली खिलाड़ी भरे हुए हैं। सही मंच न मिल पाने की वजह से ज़्यादातर खिलाड़ी अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन करने से चूक जाते हैं। ऐसे में भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के सहयोग और नीति आयोग की मंज़ूरी से 'फिट इंडिया कार्यक्रम' के तहत आगरा में आयोजित होने वाले 'राष्ट्रीय यूथ गेम्स' युवाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा उन असाधारण युवा खिलाड़ियों को होगा, जो अपनी क़ाबीलियत के दम पर राष्ट्रीय टीम में जगह बना सकने की क्षमता रखते हैं और राष्ट्रीय के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी क्षमता को प्रदर्शित करने का मौक़ा ये खिलाड़ी हासिल कर सकते हैं।
'ओलंपिक' और 'कॉमनवेल्थ गेम्स' है लक्ष्य!
खेल विशेषज्ञों का दावा है कि भारत सरकार का लक्ष्य 'ओलंपिक' और 'कॉमनवेल्थ गेम्स' में देश के पदकों की संख्या में इज़ाफ़ा करना है। आपको बता दें कि देश को कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेज़बानी मिलने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, भारत 2036 में ओलंपिक खेलों को आयोजित करने की दावेदारी भी पेश करने की योजना बना रहा है। ऐसे में देश में ऐसे सैकड़ों खिलाड़ियों का पूल तैयार करना बेहद ज़रूरी हो गया है, जो कॉमनवेल्थ और ओलंपिक में असाधारण प्रदर्शन करते हुए देश के लिए मेडल जीत सकें। ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय दल का प्रदर्शन शानदार, जानदार और यादगार हो, इसके लिए ऐसी चैंपियनशिप का नियमित आयोजन होना लाज़िमी है। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार भी एथलेटिक्स पर ख़ास फोकस कर रही है और खिलाड़ियों की ज़रूरतों का ख़्याल रखते हुए उन्हें अपने खेल में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। राष्ट्रीय चैंपियनशिप सरकार के उन्हीं साझा कोशिशों की एक मिसाल है।
 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			