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मथुरा: सियासी गलियारों में राष्ट्रीय लोकदल के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में जिस तरह के क़यास लगाए जा रहे थे, वही हुआ। दरअसल केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी मथुरा में आयोजित राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अधिवेशन में एक बार फ़िर से निर्विरोध पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। जयंत चौधरी ने इस मौक़े पर विपक्ष पर तंज़ कसते हुए कहा, "हम राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के साथ मज़बूती से खड़े हैं, प्रधानमंत्री ने मुझे बड़ी ज़िम्मेदारी दी है, आज विपक्ष के पास परिवार तो है, लेकिन नेता या नीति नहीं है इसलिए विपक्ष विफ़ल हो रहा है।"
चौधरी चरण सिंह की नीतियों को आगे बढाएं - जयंत
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं, समर्थकों और पदाधिकारियों से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की नीतियों को आगे बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा, "गांव, किसान और ग़रीबों की चर्चा ही रालोद की जीत की कुंजी है, महिलाओं को भी जल्द ही आरक्षण का लाभ मिलेगा।"
जयंत चौधरी ने साफ़ करते हुए कहा कि छाता में चीनी मिल फिलहाल बंद है, जिसे चालू कराया जाना बेहद ज़रूरी है। रालोद नेता ने ज़ोर देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 125वीं जयंती पूरे देश में मनाई जाएगी और इस दौरान सवा करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। इस मौक़े पर किसी भी किंतु-परंतु पर विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक दल सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का एक महत्वपूर्ण घटक दल है।
जयंत चौधरी ने को 'एक्स' पर एक पोस्ट में मथुरा में आयोजित राष्ट्रीय लोक दल के अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और तमाम लोगों का आभार व्यक्त किया।
आपको बता दें कि मौजूदा दौर में रालोद के लोकसभा में दो और राज्यसभा में एक सदस्य है। वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा में रालोद के नौ विधायक हैं, जबकि प्रदेश विधान परिषद में पार्टी का एक सदस्य है।
क्या है राष्ट्रीय लोकदल का इतिहास?
याद रहे कि राष्ट्रीय लोक दल संस्थापक संस्थापक अजीत सिंह थे, जो कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पुत्र थे। रालोद की स्थापना 1996 में हुई थी। यह जनता दल का एक अलग हुआ धड़ा था।
जयंत चौधरी को हाल ही में एक राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। यह पार्टी मुख्य रूप से भारत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ ज़िलों में सक्रिय है। पार्टी की विचारधारा किसानों के हितों और ग्रामीण समुदायों के कल्याण पर केंद्रित है। यह कृषि संबंधी चिंताओं को दूर करने और ग्रामीण आजीविका में सुधार के लिए नीतियों की वकालत करती है। 2024 के आम चुनावों में, राष्ट्रीय लोक दल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन किया। जयंत चौधरी वर्तमान में राज्य सभा सांसद हैं और कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में भारत सरकार में कार्यरत हैं।