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पटनाः लंबी जद्दोजहद और माथापच्ची के बाद आख़िरकार महागठबंधन ने अपने मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान कर ही दिया। जैसा कि सियासी गलियारों में क़यास लगाए जा रहे थे, तेजस्वी यादव के नाम पर मुहर लग चुकी है। जी हां, बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, महागठबंधन ने एक बड़ा क़दम उठाते हुए तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाकर पेश कर दिया है। महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, कांग्रेस और वाम दलों समेत सभी सहयोगी दलों ने मिलकर यह निर्णायक फैसला लिया।
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा महागठबंधन!
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने महागठबंधन के इस अहम फैसवे को सुनाते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और तेजस्वी ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरा होंगे। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलतो और सीनियर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और पिछले चुनाव में भी महागठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन मामूली वोटों के अंतर से एनडीए की सरकार बन गई थी।
नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव का ज़ुबानी हमला
मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित होने के बाद तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर क़रारा प्रहार करते हुए कहा है कि बीजेपी नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाएगी, इस बयान की बाद बिहार में सियासी तापमान बढ़ गया है। तेजस्वी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक दल करेगा, तेजस्वी ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर नीतीश कुमार ही सीएम चेहरा हैं, तो अमित शाह उनके नाम की आधिकारिक घोषणा क्यों नहीं कर रहे हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के 3-4 क़रीबी नेता बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं और उनका मक़सद जेडीयू को ख़त्म करना है, उन्होंने आशंका जताई कि चुनाव के बाद ये लोग जेडीयू को ख़त्म कर देंगे। तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि यह नीतीश कुमार का आख़िरी चुनाव है, और यह फैसला केंद्रीय स्तर पर अमित शाह द्वारा लिया जा चुका है।