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            दिल्ली/लखनऊ : देश की राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक आसमान में धुआं छाया हुआ है, जहां तक नज़र जाती है धुएं का ग़ुबार ही ग़ुबार दिखाई दे रहा है। वजह है दिवाली के मौक़े पर हुई आतिशाबाज़ी।
सड़कों पर उड़ रही धूल, बेतहाशा चल रहे निर्माण कार्य और जलाई जा रही पराली को जब दिवाली पर चलाए गए अनगिनत पटाखों का सहारा मिल गया, तो आबो-हवा को बिगड़ने से भला कौन रोक सकता था। वही हुआ जिसका पहले से ही अंदाज़ा लगाया जा रहा है, दिवाली पर मेरठ का एक्यूआई 300 पार हो गया। ग़ाज़ियाबाद का भी कमोबेश यही हाल है। नोएडा में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले समय में एक्यूआई का स्तर और बढ़ सकता है, ऐसे में बचाव में ही बचाव वाली थ्योरी पर काम करना हम सबके लिए ज़रुरी हो गया है
बच्चों और बुज़ुर्गों के स्वास्थ्य के लिए चुनौती!
वर्तमान स्थिति में, यानी दिवाली के मौक़ पर हर साल वायु प्रदूषण बेहद ख़तरनाक हो जाता है, ऐसे हालात में बच्चों-बुज़ुर्गों में संक्रमण फैलने का सबसे ज़्यादा ख़तरा बना रहता है। यही वजह है कि दिल्ली ले लेकर लखनऊ तक प्रशासन और संबंधित विभागों पर प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में तत्काल और प्रभावी क़दम उठाने का भारी दबाव रहता है। एनजीटी ने इस बार भी एक़्यूआई को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी, शायद यही वजह है कि आनन-फानन में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए शहरों में पानी का छिड़काव करने वाले कर्मचारियों को सक्रिय कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के सभी ज़िलाधिकारियों ने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि प्रदूषण फ़ैलाने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त क़ानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के आगरा में दीपावली पर हुई आतिशबाज़ी के बाद हवा में बेतहाशा प्रदूषण फैल गया, जानकारी के मुताबिक़, सोमवार रात से ही ताजनगरी में प्रदूषण लेवल बढ़ गया और सुबह आगरा में ज़बरदस्त धुंध देखने को मिली। जानकारी के मुताबिक़, बच्चों और बुज़ुर्गो को सांस लेने में समस्या हो रही है। आलम ये है कि हवा में ज़हर की तरह प्रदूषण फैल गया था।
क्या कहता है उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड?
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी AQI बढ़ने पर चिंता ज़ाहिर की है। आगरा विभाग के अधिकारी अमित मिश्रा ने बताया कि AQI फिलहाल 200 से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में लोगों को सतर्क किया जा रहा है। हालांकि, यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आगरा अधिकारी अमित मिश्रा ने कहा कि धूप निकने के बाद राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया, "सुबह के वक़्त कुछ हल्का कोहरा भी था, सर्दीयों की शुरुआत हो चुकी है, ऐसे में धुंध के साथ कुछ कण प्रदूषण के भी शामिल हो जाते हैं, ऐसे में कुछ सावधानियां ज़रुरी हैं, जिससे प्रदूषण को कम किया जा सकता है, अब दीपावली का त्योहार मन चुका है ऐसे में अब आतिशबाज़ी का प्रयोग ना करें, किसी भी खुले स्थान पर आग ना लगाएं, कूड़ा -कचरा उचित स्थान पर ही फेंके, निर्माणाधीन इमारतों को ढक कर ही कार्य करवाएं, घरों के सामने सड़क आदि स्थानों पर पानी का छिड़काव करते रहें, ताकि धूल आदि ना उड़े और अस्थमा के रोगी मास्क आदि लगा कर ही घरों से बाहर निकलें।"
कहां-कहां कितना AQI दर्ज किया गया?
सीपीसीबी के मुताबिक़, आगरा में 205, ग़ाज़ियाबाद में 329, ग्रेटर नोएडा में 285, हापुड़ में 314, लखनऊ में 244, मेरठ में 300, मुरादाबाद में 233, सेक्टर 62 में 339, वाराणसी में 170 और प्रयागराज में 196 AQI दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि ये रिकॉर्ड मंगलवार सुबह 5 बजे तक के हैं। दिल्ली से सटे फरीदाबाद में पीएम 2.5 (274), बल्लभगढ़ में 296, चरखी दादरी में 298, गुरुग्राम में 340, मानेसर में 301 और रोहतक में 345 एक्यूआई दर्ज किया गया।
 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			