लखनऊ: ‘भारत रत्न’ सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में शुभारंभ किया। सीएम योगी ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि राष्ट्र की अखंडता के साथ किसी भी तरह का कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 से राष्ट्रनिर्माताओं को सम्मान देने की परंपरा स्थापित हुई है, देशभर में 600 से ज़्यादा जगहों पर ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन हो रहा है, जिसमें युवाओं में राष्ट्रभक्ति और एकता की भावना प्रबल की जा रही है, 'शिवो भूत्वा शिवं यजेत' अर्थात पूज्य व्यक्ति के गुणों को अपनाना चाहिए, केवल भाषण नहीं, व्यवहार में एकता अपनानी होगी, गुजरात के केवड़िया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ सरदार पटेल की स्मृति को ज़िंदा कर रही है, आज़ादी के बाद ब्रिटिश साज़िशों को नाकामयाब कर सरदार पटेल ने 563 रियासतों को भारत गणराज्य में शामिल किया और अखंड भारत की मज़बूत नींव रखी, हैदराबाद व जूनागढ़ जैसी रियासतों के विलय में संवाद के बाद मज़बूत फैसला लिया, प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाकर पटेल के संकल्प को साकार किया, जो उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है, जातिवाद, परिवारवाद और छुआछूत के ख़िलाफ़ एकता की मशाल जलाएं, समाज को बांटने वालों का खुलकर विरोध करें, सरदार पटेल से प्रेरणा लेकर हर उस शक्ति का मुक़ाबला करें जो राष्ट्र की एकता कमज़ोर करती है, जाति, भाषा, धर्म व क्षेत्र से ऊपर उठकर भारत की अखंडता को मज़बूत बनाएं।"
सीएम योगी ने कहा कि पटेल की 150वीं जयंती पर उत्तर प्रदेश से सांस्कृतिक दल व हस्तशिल्पी केवड़िया जाएंगे, राज्यपाल के नेतृत्व में 12 नवंबर को श्रद्धांजलि कार्यक्रम होगा, जो ‘वोकल फॉर लोकल’ और स्वदेशी को मज़बूती देगा। आपको बता दें कि प्रदेश के 75 ज़िलों में लाखों युवा, विद्यार्थी, अधिकारी व नागरिकों ने ‘रन फॉर यूनिटी’ में भाग लिया, जो सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बना। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद बृजलाल सहित कई विधायक मौजूद रहे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा, "महान स्वतंत्रता सेनानी, लौह पुरुष सरदार पटेल को श्रद्धांजलि, उनके प्रयास ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की प्रेरणा हैं।”