Trending:
GTC News: बिहार विधानसभा चुनाव में चुनाव प्रचार अपने आख़िरी दौर में चल रहा है। इस पूरे चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ ख़ासी सुर्ख़ियों में रहे और उन्होंने एनडीए के लिए स्टार प्रचारक की दमदार भूमिका निभाई। अब सीएम योगी के ज़रिए दरभंगा में निकाला गया रोड शो मीडिया की सुर्ख़ियों में है। दरअसल सीएम योगी ने बिहार के दरभंगा में मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार संजय सरावगी के लिए रोड शो निकाला। इस रोड शो के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिनमें साफ़तौर पर देखा जा सकता है कि योगी आदित्यनाथ के चारों तरफ़ उनके कमांडो मौजूद हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग जब उनकी तरफ़ फूल फेंक रहे हैं तो कमांडो एक ख़ास चीज़ से उसे ब्लॉक कर देते हैं और योगी आदित्यनाथ तक कुछ भी नहीं पहुंचने देते। जैसे ही ये मंज़र मौक़े पर मौजूद लोगों ने देखा, तो सबको हैरत हुई, अब सवाल ये है कि आख़िर ये कौन सी चीज़ है, जिसे कमांडो योगी के कवच के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वीआईपी सुरक्षा के तहत Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है, जिसमें पहले एनएसजी कमांडो भी शामिल थे, लेकिन पिछले साल सरकार ने एनएसजी को वीआईपी सुरक्षा से हटाने का फैसला लिया था, इसके बाद से सीआरपीएफ के जवान और कमांडो वीआईपी सुरक्षा का ज़िम्मा संभाले हुए हैं।
कैसे काम करता है ये 'सुरक्षा कवच'
असल में ये एक शीट होती है, जो पूरी तरह से बुलेटप्रूफ होती है, इसे बलिस्टिक शील्ड भी कहा जाता है। ये फोल्ड होकर एक ब्रीफकेस की तरह बन जाती है। आपने कई बार पीएम मोदी के साथ चल रहे कमांडोज़ के हाथों में भी ये ब्रीफकेस जैसी चीज़ ज़रूर देखी होगी, जब भी कोई हमला होता है या फिर सुरक्षा पर ख़तरा महसूस होता है, तो कमांडो इस शीट का इस्तेमाल करते हैं।
यही वजह है कि खुली सड़क पर रोड शो निकालते हुए योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा इन शीट से की जा रही है। याद रहे कि सीआरपीएफ के कमांडोज़ की ये ज़िम्मेदारी है कि वो सीएम योगी आदित्यनाथ को पूरी तरह से सुरक्षित रखें, ऐसे में जब लोग फूल भी उनकी तरफ फेंक रहे हैं तो कमांडो इस शील्ड से उन्हें रोकने की कामयाब कोशिश कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के बक़ौल, सीएम योगी आदित्यनाथ की सिक्योरिटी कई लेवल की होती है, पहली लेयर में सीआरपीएफ के कमांडो रहते हैं, जो उनके सबसे नज़दीक होते हैं, दूसरा लेयर यूपी पुलिस के कमांडोज़ का होता है, तीसरी लेयर सीआईएफ जवानों का और चौथा लेयर यूपी पुलिस का होता है।