Trending:
कुंडा: उत्तर प्रदेश के कुंडा से एक हैरतअंगेज़ मामला सामने आया है, जिसे जानकर कोई भी दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो जाए। दरअसल यूपी के कुंडा के सीओ अमरनाथ गुप्ता व मानिकपुर पुलिस ने गैंगस्टर व मादक पदार्थ तस्कर राजेश मिश्रा के घर छापा मारकर नशे की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है। जानकारी के मुताबिक़, राजेश का पूरा परिवार तस्करी के धंधे में सक्रिय भूमिका निभाता है। इस बीच छापेमारी के दौरान पुलिस के हाथ जो कुछ लगा है, उसका अंदाज़ा शायद पुलिस को भी नहीं होगा। असल में जेल में बंद गांजा तस्कर राजेश मिश्रा के घर से पुलिस को 2 करोड़ रुपये से ज़्यादा की नकदी मिला है, जिसे देखकर पुलिसकर्मियों के भी होश फाख़्ता हो गए, क्योंकि एक साथ इतना कैश मिलेगा, ये पुलिस के ग़ुमान में भी नहीं था। हद तो तब हो गई, जब कार्रवाई के दौरान मादक पदार्थ तस्कर के घर पुलिस की पूरी टीम नोटों को गिनने में लग गई, लेकिन नोटों को गिनते-गिनते पुलिसवालों के हाथों ने जवाब दे दिया, लिहाज़ा नोटों को गिनने के लिए पुलिस को 4 मशीनें मंगानी पड़ीं। इस दौरान सीनियर पुलिस अधिकारी मौक़े की निगरानी करते रहे।
पैसे इतना,निकला पसीना...यूपी जिला प्रतापगढ़ 10, 20, 50, 100 रुपए का गांजा बेच राजेश मिश्रा एंड फैमिली ने 2 करोड़ रुपए कैश इकट्ठा कर लिया। नोटों को इकट्ठा करने में पुलिसकर्मियों का पसीना निकल गया! pic.twitter.com/YWBwUm5S0R
— Tushar Rai (@tusharcrai) November 10, 2025
इस सनसनीखेज़ घटना के बाबत कुछ वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी ज़बरदस्त तरीक़े से वायरल की जा रही हैं, जिन पर यूज़र्स की अजीबो-ग़रीब प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं।
गौरतलब है कि चार वाहनाों से 22 पुलिसकर्मी छानबीन करने के लिए बदनाम तस्कर राजनेश मिश्रा के घर पहुंची थी। इस बीच पुलिस अधीक्षक बार-बार मौक़े की जानकारी लेते रहे। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के बक़ौल, 24 घंटे तक चली इस छापेमारी में पुलिस को घर के भीतर तीन कमरों की अलमारी, बक्से, डिब्बे, तहखाने के अलावा बेड के अंदर से भी लाखों-करोडो़ं रुपये मिले, जिसे देखकर पुलिसकर्मियों की सांसे थम गई।
आपको बता दें कि कालाकांकर बैंक से आई मशीनों की मदद से 22 पुलिसकर्मियों ने 4 मशीनों से नोटों की काउंटिंग करते-करते सुबह हो गई। पुलिस का दावा है कि इस बीच कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मी पलक भी नहीं झपा सके, यही नहीं, रुपयों की गिनती के दौरान किसी को भी बाहर जाने की इजाज़त नहीं दी गई। ख़बर ये भी है कि मौक़े पर ही दोपहर व रात में खाना मंगाया गया। दरअसल आधी रात को पुलिस अपनी कार्रवाई पूरी कर निकलने की तैयारी में थी। तभी खोजबीन के दौरान पुलिसकर्मियों को राजेश मिश्रा का कुर्क मकान पुराने घर से जुड़ा मिला। इसी छानबीन के दौरान दो कमरों से नोट बोरियों में भरे मिले, जिसके चलते कार्रवाई सुबह तक जारी रही।
गिरफ़्तारी से बचने की फिराक़ में थे आरोपी
पुलिस कार्रवाई के दौरान गिरफ़्तारी के चलते राजेश मिश्रा की पत्नी रीना मिश्रा भड़क उठी। बाद में मौक़ा देख उसने कमरे में परिवार समेत बंद होने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस टीम ने तेज़ी दिखाते हुए सभी को दबोच लिया। वहीं गिरफ़्तार अजीत मिश्रा का कहना था कि रात दो बजे हल्का दरोगा संतोष यादव उसे घर से पकड़कर थाने ले आए। उनका दावा है कि उसका व उसके बेटे से राजेश मिश्रा का कोई लेना देना नहीं है, बावजूद इसके पुलिस उसे फंसा रही है।
पुलिस का दावा है कि राजेश मिश्रा के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और गैंगस्टर एक्ट समते कुल-मिलाकर 14 मुक़दमे दर्ज हैं। यही नहीं, उसकी पत्नी रीना मिश्रा पर भी 5 मुक़दमे दर्ज हैं। पुलिस-प्रशासन ने अब से पहले दोनों की क़रीब 1 करोड़ 56 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। फ़िलहाल पुलिस का कहना है कि बरामद नकदी, दस्तावेज़ और मोबाइल रिकॉर्ड की तहक़ीक़ात जांच की जा रही है, ताकि तस्करी के नेटवर्क और उसके संपर्कों का पता लगाया जा सके। पुलिस की मानें तो तफ़्तीश में कई चौंकाने वाले खुलासे भी हो सकते हैं, क्योंकि राजेश मिश्रा के तार प्रतापगढ़ के साथ-साथ पड़ोसी ज़िलों और मध्य प्रदेश तक फैले होने की बात सामने आ रही है।