Friday, 31st of October 2025

उत्तर प्रदेश फायर सर्विस विभाग को सीएम योगी ने दी बड़ी सौगात!

Reported by: GTC News Desk  |  Edited by: Mohd Juber Khan  |  October 24th 2025 11:58 AM  |  Updated: October 24th 2025 11:58 AM
उत्तर प्रदेश फायर सर्विस विभाग को सीएम योगी ने दी बड़ी सौगात!

उत्तर प्रदेश फायर सर्विस विभाग को सीएम योगी ने दी बड़ी सौगात!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ती जनसंख्या, औद्योगिक विस्तार और शहरीकरण के मद्देनज़र, अग्निशमन विभाग को पहले से ज़्यादा मजबूत, आधुनिक तथा जनसुरक्षा के तौर पर संवेदनशील बनाने की दिशा में क़दम बढ़ा दिए हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मौजूदा दौर में फायर सर्विस को केवल आग बुझाने तक सीमित न रखकर इसे आपदा प्रबंधन, रेस्क्यू ऑपरेशन और आपात सेवाओं के तौर पर विकसित किए जाने की ज़रूरत है।

केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल दुर्घटनाएं

मुख्यमंत्री ने विभागीय कैडर रिव्यू की आवश्यकता जताते हुए निर्देश दिए कि प्रत्येक रीजन में स्पेशलाइज्ड यूनिट गठित की जाए, जो केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल दुर्घटनाओं तथा सुपर हाईराइज बिल्डिंग जैसे हालात से निपटने में सक्षम हों। यही नहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फायर सर्विस को अत्याधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षित जनशक्ति से सुसज्जित करने के आदेश भी जारी कर दिए।

इसके अलावा बैठक में फायर विभाग में नए पदों के सृजन पर भी ख़ासी चर्चा हुई। सीएम ने कहा कि विभाग की प्रशासनिक क्षमता और वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने के लिए हर जनपद में अकाउंट कैडर स्थापित किया जाएं। साथ ही, राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में अतिरिक्त पद सृजित कर प्रशिक्षण एवं अनुसंधान की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जाए।

राजपत्रित संवर्ग के 98 और अराजपत्रित संवर्ग के 922 नए पद सृजित 

मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद विभाग में राजपत्रित संवर्ग के 98 और अराजपत्रित संवर्ग के लगभग 922 नए पद सृजित होने का रास्ता साफ़ हो चुका है। इससे जनपद, रीजनल और मुख्यालय स्तर पर फायर सर्विस की कार्यक्षमता और जनसेवा क्षमता को नई मज़बूती मिलेगी।

सीएम योगी ज़ोर देते हुए कहा कि तमाम ज़िलों में फायर एवं आपात सेवाओं की मौजूदगी सुनिश्चित की जाए। एक्सप्रेस-वे पर बढ़ते हादसों को देखते हुए, उन्होंने निर्देश दिए कि 100 किलोमीटर की दूरी पर फायर टेंडर सहित एक छोटी फायर चौकी स्थापित की जाए, ताकि दुर्घटना की स्थिति में गोल्डन ऑवर के भीतर राहत व बचाव कार्य शुरू किया जा सके।

बैठक में बताया गया कि नई ऑपरेशनल इकाइयों के रूप में कुशीनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, कानपुर नगर, अयोध्या, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट पर अग्निशमन सेवाओं की समुचित जनशक्ति पहले ही तैनात की जा चुकी है।

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