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दिल्ली: लॉरेंस बिश्नोई, ये नाम अपराध की दुनिया में अपनी पैठ जमा चुका है, जो कई सेलिब्रिटीज़ या मशहूर पर्सनालिटीज़ के धमकी देकर या उन पर हमले करवाकर ख़ूब सुर्ख़ियां बंटोर चुका है। नतीजतन कई जांच एजेंसियां लॉरेंस गैंग को जड़ से ख़त्म करने के लिए गुप्त दबिश देती रही हैं, ताकि इस गैंग से जुड़े हर सुराग़ तक पहुंचकर तहक़ीक़ात को अंजाम तक पहुंचाया जा सके।
ताज़ा जानकारी के मुताबिक़, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई और उसके क़रीबी अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से लौटते ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ़्तार कर लिया है। अनमोल को अमेरिका ने भारत डिपोर्ट कर दिया है, जिसके बाद दिल्ली पहुंचते ही एनआईए ने उसे पकड़ लिया।
क्या है अनमोल बिश्नोई पर आरोप?
अनमोल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीक़ी की हत्या के मामले में आरोपी है, यही नहीं, उसके ख़िलाफ़ कई और राज्यों में भी गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं।
गौरतलब है कि एनआईए अपनी जांच-पड़ताल के बाद इस नतीजे पर पहुंची कि अनमोल ने 2020-2023 के दौरान देशभर में की आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने में नामित आतंकवादी गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई की मदद की थी, लिहाज़ा मार्च 2023 में एनआईए ने अनमोल के ख़िलाफ़ आरोपपत्र दायर किया था। सूत्रों के मुताबिक़, बिश्नोई गिरोह के सहयोगियों के साथ मिलकर काम करते हुए अनमोल ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए अमेरिका से आतंकवादी सिंडिकेट चलाना और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देना जारी रखा। इसके लिए उसने ज़मीनी स्तर पर उसके गुर्गों का इस्तेमाल किया। तफ़्तीश से पता चला है कि अनमोल बिश्नोई ने गिरोह के शूटरों और ज़मीनी गुर्गों को आश्रय और रसद सहायता प्रदान की थी। यही नहीं, वह अन्य गैंगस्टरों की मदद से विदेशी धरती से भारत में जबरन वसूली में भी शामिल था।
बाबा सिद्दीक़ी के बेटे को भी आया मेल
दिवंगत राकांपा नेता बाबा सिद्दीक़ी के बेटे ज़ीशान सिद्दीक़ी को भी अमेरिकी अधिकारियों की ओर से ईमेल मिला। ईमेल में उन्हें बताया गया कि अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया है। ज़ीशान ने कहा कि वह यह नहीं जानते कि इसे किस अर्थ में लिया जाए, लेकिन यह साफ़ है कि अनमोल को अब भारत भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनका ईमेल पीड़ित परिवार होने के नाते अमेरिकी अधिकारियों के पास पंजीकृत है, ताकि उन्हें हर अपडेट दी जा सके।
कब हुई थी बाबा सिद्दीक़ी की हत्या?
12 अक्तूबर 2024 को मुंबई के बांद्रा में मौजूद उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर एनसीपी नेता बाबा सिद्दीक़ी की हत्या कर दी गई थी। आपको बता दें कि मुंबई पुलिस इस मामले में अब तक 26 आरोपियों को गिरफ़्तार कर चुकी है। चार्जशीट में अनमोल को ‘मुख्य साज़िशकर्ता’ बताया गया है और उसे वांछित आरोपियों की सूची में रखा गया है। पुलिस के बक़ौल, कई गिरफ़्तार आरोपियों के फोन से मिले वॉइस क्लिप्स की जांच करने पर उनकी आवाज़ अनमोल की रिकॉर्डिंग से मेल खाती पाई गई थी।
इसके अलावा, जांच में यह सामने आया था कि अनमोल ने विदेश में रहते हुए हत्या की योजना को दिशा दी। बरामद ऑडियो क्लिप्स में वह कथित तौर पर अपने सहयोगियों को हत्या करने के निर्देश देता सुना गया है। जांच एजेंसियों का मानना है कि उसने विदेश से ही घटनाक्रम को नियंत्रित किया और पूरी साज़िश को अंजाम दिलाया। इन प्रमाणों को पुलिस ने चार्जशीट में शामिल किया है।
याद रहे कि एनआईए, आतंकवादियों, गैंगस्टरों और हथियार तस्करों के बीच गठजोड़, जिसमें उनका बुनियादी ढांचा और धन स्रोत शामिल हैं, को ख़त्म करने के इरादे से, आरसी 39/2022/एनआईए/डीएलआई (लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व में आतंकवादी-गैंगस्टर षड्यंत्र मामला) मामले की जांच जारी रखे हुए है, जिसका रिज़ल्ट जल्द ही निकलने के आसार जताए गए हैं।