 Trending:
              Trending:
            इन दिनों उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से आज़ाद समाज पार्टी के सांसद और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद सुर्ख़ियों में है। हालांकि चंद्रशेखर आजकल अपनी सियासी हलचल की वजह से नहीं, बल्कि गंभीर आरोपों के चलते चर्चा का विषय बने हुए हैं। सियासी हलकों से लेकर मीडिया गलियारों तक चंद्रशेखर को लेकर अजीबो-ग़रीब प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
दरअसल चंद्रशेखर आज़ाद पर इंदौर की पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने उत्पीड़न, धोखेबाज़ी और कई दलित लड़कियों के शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। यही नहीं, डॉ. रोहिणी का दावा है कि चंद्रशेखर ने शादी का झांसा देकर उनके साथ व्यक्तिगत संबंध बनाए और उनके साथ धोखेबाज़ी की। डॉ. रोहिणी की मानें तो उनके पास चंद्रशेखर के ख़िलाफ़ वीडियो के रूप में पुख़्ता सबूत हैं, जिसमें वे बहुजन समाज पार्टी और बसपा की सुप्रीमो मायावती के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ज़ुल्म के ख़िलाफ़ है मेरी लड़ाई - रोहिणी
डॉ. रोहिणी घावेरी ने सनसनीखेज़ ख़ुलासा करते हुए बताया कि वह पिछले कई महीनों से चंद्रशेखर के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कराने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की, नतीजतन उन्होंने वकील की सलाह पर दिल्ली की एक अदालत में याचिका दायर की है। रोहिणी ने उन इल्ज़ामों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा जा रहा है कि वह किसी सियासी पार्टी के इशारे पर यह सब कर रही हैं। रोहिणी के बक़ौल, "मेरी लड़ाई किसी दल के लिए नहीं, अन्याय के ख़िलाफ़ है, अगर किसी को लगता है कि मैं किसी के कहने पर काम कर रही हूं, तो वे इसे सबूतों के साथ समाज के सामने पेश करें।"
दलित लड़कियों के शोषण का इल्ज़ाम
रोहिणी घावेरी की मानें तो देश की सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य चंद्रशेखर आज़ाद ने कई दलित लड़कियों का शोषण किया है। उन्होंने कहा, "मेरी कुछ लड़कियों से बात हुई है, जिन्हें मेरी तरह ही शादी का झांसा देकर रिश्ते में रखा गया और बाद में छोड़ दिया गया, सहारनपुर की एक जाटव लड़की ने चंद्रशेखर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन ग़रीब होने के चलते उस लड़की की आवाज़ को दबा दिया गया।"
शादी को लेकर सनसनीखेज़ ख़ुलासा
डॉ. रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर की शादी को लेकर ऐसे ख़ुलासे किए हैं, जिससे उनके समूचे राजनीतिकर करियर पर भी प्रश्नचिन्ह लग सकता है। रोहिणी के मुताबिक़, चंद्रशेखर ने अपनी शादी की बात छिपाई थी और इसे एक 'कॉन्ट्रैक्चुअल मैरिज' बताया था, जिससे वह जल्द से जल्द अलग हो जाना चाहते थे। रोहिणी के अनुसार, चंद्रशेखर की मां ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके बेटे की शादी नहीं हुई है, जबकि चंद्रशेखर का एक बेटा भी है।
मायावती के लिए किया 'उस भाषा' का इस्तेमाल
देशभर में सोशल इंजीनियरिंग के बूते अपनी अलग पहचान बनाने वाली और सबसे बड़े सूबे की पांच बार मुख्यमंत्री बनने वाली मायावती को लेकर भी रोहिणी ने चौंकाने वाले ख़ुलासे किए हैं। रोहिणी का दावा है कि चंद्रशेखर आज़ाद ने बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा, "मेरे पास ऐसे वीडियो हैं, जिन्हें मैं जांच एजेंसियों को देने के लिए तैयार हूं, वह (चंद्रशेखर) नहीं चाहते थे कि कोई और दलित लीडरशिप में आगे बढ़े और इसीलिए वे मायावती जी की छवि खराब करने की कोशिश करते थे।"
ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि 2027 से पहले जिस तरह से चंद्रशेखर आज़ाद पर रोहिणी घावेरी ने आरोपों की छड़ी लगाई है, उसका कितना असर आज़ाद समाज पार्टी के उन जुनूनी कार्यकर्ताओं पर पड़ेगा जो चंद्रशेखर आज़ाद में कांशीराम या अंबेडकर तलाशने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं।
 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			