Friday, 31st of October 2025

आज़म-मोहिबुल्लाह के बीच जारी ज़ुबानी जंग की धार को रुचि वीरा ने किया तेज़!

Reported by: GTC News Desk  |  Edited by: Mohd Juber Khan  |  October 13th 2025 06:52 PM  |  Updated: October 13th 2025 07:39 PM
आज़म-मोहिबुल्लाह के बीच जारी ज़ुबानी जंग की धार को रुचि वीरा ने किया तेज़!

आज़म-मोहिबुल्लाह के बीच जारी ज़ुबानी जंग की धार को रुचि वीरा ने किया तेज़!

रामपुर से समाजवादी पार्टी के मौजूदा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी और कद्दावर सपा के नेता आज़म ख़ान के बीच आपसी तक़रार जगज़ाहिर है। अब इस माहौल को पार्टी की सांसद रुचि वीरा ने और ज़्यादा गरमा दिया है। दरअसल सपा सांसद रुचि वीरा ने संभल एक निजी कार्यक्रम में मोहम्मद आज़म खान और मोहिबुल्लाह नदवी के बीच कथित तक़रार की ख़बरों को पूरी तरह नकार दिया। उन्होंने साफ़ कहा कि पार्टी के भीतर फूट की बातें निराधार हैं और सपा को अपनी ऊर्जा भाजपा से लड़ने में लगानी चाहिए, ना कि आपसी मतभेदों में। 

सपा के संस्थापक सदस्य है आज़म साहब!

रुचि वीरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज़म ख़ान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ और संस्थापक नेताओं में से एक हैं और उनका सम्मान हर कार्यकर्ता का कर्तव्य है। उन्होंने कहा, "आज़म साहब बड़े हैं, उन्होंने जिस दौर की तकलीफे़ं देखी हैं, वो कोई आम बात नहीं, अगर उन्होंने किसी बात पर कुछ कहा भी है, तो छोटे कार्यकर्ताओं को उस पर प्रतिक्रिया देने से बचना चाहिए।"

"जेल में न अख़बार, ना टीवी, ना मोबाइल"

आज़म खान द्वारा किसी सांसद को नहीं पहचानने के सवाल पर रुचि वीरा ने बेहद नपा-तुला जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जेल में ना अख़बार होते हैं, न टेलीविज़न और न ही मोबाइल। ऐसे में जो व्यक्ति सालों तक जेल में बंद रहा हो, उसके लिए बाहर के चेहरों को पहचानना मुश्किल हो सकता है, इसमें किसी तरह का विवाद तलाशना गलत होगा।"

"भाजपा से है हमारा मुक़ाबला" 

सांसद वीरा ने ज़ोर देकर कहा कि सपा को आपसी झगड़ों में उलझने के बजाय बीजेपी से मुक़ाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज़म ख़ान मेरे बड़े भाई जैसे हैं और वो सिर्फ़ हमारी पार्टी ही नहीं, बल्कि देश के भी बहुत बड़े नेता हैं, हमें उनका सम्मान करते हुए एकजुट होकर मिशन 2027 की तैयारी करनी चाहिए।”

सार्वजनिक विवाद से बचने की हिदायत!

रुचि वीरा ने कार्यकर्ताओं को हिदायत देते हुए कहा, "अगर किसी को कोई शिकायत या असहमति है, तो उसे सार्वजनिक रूप से बयान देने के बजाय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात करनी चाहिए, पार्टी अनुशासन सबसे बड़ी ताक़त है और इसे बनाए रखना सभी का कर्तव्य है।"

"एक आदमी पर कम नहीं होते 114 मुक़दमे"

रुचि वीरा ने आज़म ख़ान पर दर्ज 114 मुक़दमों का ज़िक्र करते हुए कहा,  "जब कोई नेता इतने मुश्किल दौर से गुज़र रहा हो, तो पार्टी के साथियों को संयम और एकजुटता दिखानी चाहिए, हमारा लक्ष्य किसी पर आरोप लगाना नहीं, बल्कि पार्टी को मज़बूत बनाना होना चाहिए।”

"2027 में समाजवादी पार्टी बनाएगी सरकार "

बिहार चुनाव पर अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर करते हुए रुचि वीरा ने कहा कि समाजवादी पार्टी दलितों, पिछड़ों और कमजोरों को साथ लेकर चल रही है और यही फार्मूला 2027 में काम करेगा, आज सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है और आने वाले समय में मेहनत से हम यूपी में सरकार बनाएंगे, अखिलेश यादव जी मुख्यमंत्री बनेंगे - हमें इस पर पूरा भरोसा है।”

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