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            गोरखपुर: इस समय भारतवर्ष त्योहरमय हो चुका है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक त्योहारों की धूम को साफ़तौर पर महसूस किया जा सकता है। कहीं मिठाइयां हैं, तो कहीं बधाइयां और कहीं पूजा-अर्चना। इसी कड़ी में दीपावली के पंच दिवसीय महापर्व की श्रृंखला के महत्वपूर्ण पर्व गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में विधि विधान से गोवर्धन पूजा की।
गोपूजन के बाद मुख्यमंत्री ने गोसेवा की और प्रदेशवासियों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गोवंश भारत की समृद्धि का आधार रहा है। सरकार गो संरक्षण और संवर्धन के लिए कई योजनाओं के ज़रिये योगी सरकार क़दम उठा रही है।
दीपावली के दिन भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में गोवर्धन पूजा की। सीएम योगी वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन की तमाम प्रक्रियाएं पूरी करते हुए नज़र आए। गायों और गोवंश को माला पहनाई गई, तिलक लगाया गया और गोमाता का आशीर्वाद लेकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की गई। गो पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने गायों और गोवंश को अपने हाथों से गुड़ और केला खिलाया। इस दौरान वह गायों और गोवंश को उनका नाम लेकर पुकारते रहे और उनके पास जाकर उन्हें ख़ूब दुलार भी किया।
गोवंश के लिए चल रहे अभिनव कार्यक्रम!
गोवर्धन पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों, अन्नदाता किसानों और पशुपालकों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए कई अभिनव कार्यक्रम संचालित कर रही है, प्रदेश में सिर्फ गोपूजन ही नहीं हो रहा है बल्कि गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए योजनाएं भी चलाई जा रही हैं, प्रदेश में 16 लाख गोवंश ऐसे हैं जिनका भरण पोषण प्रदेश सरकार अनुदानित कर रहे हैं, अन्नदाता किसानों की फसल को इनसे नुकसान ना हो, इसी दिशा में यह क़दम उठाया गया है, गोवंश के लिए प्रदेश में तीन प्रकार की विशेष योजनाएं हैं, एक योजना निराश्रित गोवंश स्थल की है, जिसमें हर गोवंश के लिए सरकार के स्तर पर प्रतिमाह 1500 रुपये मुहैया कराए जाते हैं, ऐसे ही सहभागिता योजना है, इसमें कोई भी अन्नदाता किसान गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के साथ जुड़ता है, तो उसे चार निराश्रित गोवंश की देखभाल के लिए प्रति गोवंश 1500 रुपये की दर से 6000 रुपये तक दिए जाते हैं, तीसरी योजना कुपोषित परिवारों के लिए है, जो कुपोषित माताएं हैं, बच्चे हैं, उन परिवारों में उन्हें निराश्रित गो आश्रय स्थल से ब्याई हुई गाय दी जाती है, वह सेवा करें और गाय का दूध भी लें, साथ ही उन्हें 1500 रुपये प्रति महीना गाय की देखभाल के लिए दिया जाता है, ख़ुशी की बात है कि बड़ी संख्या में लोगों ने इस योजना का फायदा उठाया है और कुपोषण से सुपोषण की ओर बढ़े हैं।"
गोवर्धन योजना से आगे बढ़े हैं अन्नदाता किसान - सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रदेश में संचालित गोवर्धन योजना से अन्नदाता किसान समृद्धि की ओर बढ़े हैं, प्रदेश में कंप्रेस्ड बायोगैस और इथेनॉल बनाने से अन्नदाता किसानों को गोबर का भी दाम हांसिल हो रहा है, साथ जी ग्रीन ईंधन के माध्यम से प्रदेश के अंदर नेट ज़ीरो के लक्ष्य को प्राप्त करने और पेट्रोल डीज़ल में खर्च होने वाले भारत धन को बचाने में भी मदद मिल रही है।"
गोवर्धन पूजा कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का प्रतीक - योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा, "गोवर्धन पूजा भारत की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का प्रतीक है, भारत जैसे कृषि प्रधान देश में गोवंश का महत्व क्या है, यह गोवर्धन पूजा जैसे आयोजन इसे बताते हैं, दीपावली जैसे महापर्व के साथ इस आयोजन को जोड़कर इसकी महत्ता को और भी प्रभावी बनाया गया है, यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे गो पूजन और गोसेवा करने का अवसर मिला है।"
 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			