GTC News: 4 नवंबर से उत्तर प्रदेश में वोटिंग लिस्ट को शुद्ध करने के लिए शुरू हुए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान को लेकर प्रदेश में राजनीतिक बयानबाज़ी का दौर भी थमने का नाम नहीं ले रहा है।
आपको बता दें कि 'शुद्ध मतदाता सूची-मज़बूत लोकतंत्र' थीम के तहत चल रहे इस अभियान को लेकर योगी सरकार ख़ासी गंभीर नज़र आ रही है। यही वजह है कि निर्वाचन आयोग निर्देशों के मुताबिक़, SIR प्रक्रिया के लिए बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) 4 दिसंबर तक हर घर का दौरा करते हुए नज़र आएंगे। इस बीच बूथ लेवल ऑफ़िसर मतदाताओं के विवरण की पुष्टि कर रहे हैं और उन्हें अपडेट कर रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग के SIR अभियान को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने फ़िर बड़ा तंज़ कस दिया है।
हम SIR के लिए CCTV की तरह PPTV लगाएंगे जिससे किसी का भी वोट कटने न पाए। PPTV से हमारा सांकेतिक अर्थ ये है कि ‘PP’ अर्थात ‘पीडीए प्रहरी’ पूरी तरह से चौकन्ने और सावधान रहकर CCTV की तरह चुनाव आयोग पर निगरानी रखेंगे और SIR की हर कमी और अनियमितता पर चुनाव आयोग के साथ-साथ मीडिया और आम… pic.twitter.com/SKBOpsoXoe
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 12, 2025
दरअसल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट करते हुए साफ़ लिखा है, "SIR प्रक्रिया पारदर्शी तरीक़े से हो सके इसलिए सपा CCTV की तरह PPTV लगाएगी, यहां PPTV में PP का मतलब पीडीए प्रहरी है, ये PDA प्रहरी SIR की हर कमी और गड़बड़ी को चुनाव आयोग के साथ-साथ मीडिया और आम लोगों को बताएगी, हम SIR के लिए CCTV की तरह PPTV लगाएंगे जिससे किसी का भी वोट कटने न पाए, PPTV से हमारा सांकेतिक अर्थ ये है कि ‘PP’ अर्थात ‘पीडीए प्रहरी’ पूरी तरह से चौकन्ने और सावधान रहकर CCTV की तरह चुनाव आयोग पर निगरानी रखेंगे और SIR की हर कमी और अनियमितता पर चुनाव आयोग के साथ-साथ मीडिया और आम जनता को सूचित करेंगे, पीडीए प्रहरी का चुनाव आयोग के लिए मूल संदेश है: तू जहां-जहां चलेगा, मेरा साया साथ होगा।"
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) क्या है?
असल में चुनाव आयोग द्वारा कराया जाने वाला SIR वोटर लिस्ट को पूरी तरह से शुद्ध और अपडेट करने की एक प्रक्रिया है। इसका अहम लक्ष्य मतदाता सूची से ऐसे नामों को हटाना है, जो अब वोट देने के योग्य नहीं हैं। इसमें मृत मतदाता, ऐसे लोग जो अपना पता बदलकर कहीं और शिफ्ट हो गए हैं और ऐसे लोग जिनके नाम दो-दो जगहों की वोटर लिस्ट में दर्ज हैं, उनकी पहचान कर नाम हटाए जाते हैं, साथ ही इस प्रक्रिया के दौरान यह भी जांचा जाता है कि कहीं कोई अवैध विदेशी नागरिक तो वोटर लिस्ट में शामिल नहीं हो गया है, SIR के ज़रिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि चुनाव में केवल असली और योग्य मतदाता ही वोट डाले।
कुल-मिलाकर कहा जा सकता है कि विशेष गहन पुनरीक्षण, मतदाता सूची की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष और गहन अभियान है।